Shikha Arora

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लेखनी कहानी -30-May-2022 - नान स्टाप 2022- तुम हो तो


तुम हो तो रंगीन ज़माना लगता हैं, 
ख्वाबों में सोया ये जमाना लगता हैं।
साथ तुम्हारे हर जाम पैमाना लगता हैं,
सूफी में भी बसा मयखाना लगता हैं।

गुजरे जो शाम तुम्हारे पहलू में,
बिन तेरे सजन अब कैसे रह लूं मैं।
तेरी हर अदा दिल को सताना लगता हैं,
तुम हो तो रंगीन ज़माना लगता हैं।

सितारों की जब आती चादर आसमान में,
दिल में होती हलचल उठते अरमान में।
चांद सा रूप तुम्हारा दीवाना लगता हैं,
तुम हो तो रंगीन ज़माना लगता हैं।

ख्वाबों में भी एहसास जगाना लगता हैं
राजों से भरा हुआ खजाना लगता हैं।
गर्दिश के साए में हर बेगाना लगता हैं,
तुम हो तो रंगीन ज़माना लगता हैं।
 
तुम्हारी मोहब्बत पर पिया लुट जाना,
शर्म से फिर अखियां मेरी झुक जाना।
शरारत भरा तेरा हर फसाना लगता हैं,
तुम हो तो रंगीन जमाना लगता हैं।।

#नान स्टाप प्रतियोगिता हेतु २०२२
शिखा अरोरा (दिल्ली)

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5 Comments

बहुत ही सुंदर और खूबसूरत एहसास

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बहुत खूब

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Reyaan

09-Jun-2022 06:42 PM

शानदार प्रस्तुति 👌

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